जी करता, मन बसता, छोड़ के सारे काम हमारे, बस जाऊँ मैं नदी किनारे। जी करता, मन बसता, छोड़ के सारे काम हमारे, बस जाऊँ मैं नदी किनारे।
बरगद का पेड़ पुराना बरगद का पेड़ पुराना
पिता की छांव में घर के बगिया की शान है बेटियां , अपने कुल की पहचान है बेटियां, पिता की छांव में घर के बगिया की शान है बेटियां , अपने कुल की पहच...
बरगद का पेड, चलने वाला पेड़ भी है नाम, एक बार कहीं उगे, स्वयं विस्तार करे, एक तने स बरगद का पेड, चलने वाला पेड़ भी है नाम, एक बार कहीं उगे, स्वयं विस्तार क...
वो रात भी क्या अजीब थी, किसी को भी हया थी ना तहज़ीब थी।वो लड़की सड़क पे पड़ी थी, मूकदर्शको की टोली स... वो रात भी क्या अजीब थी, किसी को भी हया थी ना तहज़ीब थी।वो लड़की सड़क पे पड़ी थी,...
आओ मिलकर हम सब भैया ज्यादा पेड़ लगाएंं! आओ मिलकर हम सब भैया ज्यादा पेड़ लगाएंं!